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बहेड़ा (bibhitaki) के 7 फायदे

बहेड़ा (bibhitaki) के 7 फायदे

इस लेख में आप जानेंगे बहेड़ा (bibhitaki) के फायदे के बारे में और इस लेख में baheda की कितनी मात्रा आपको प्रतिदिन खानी चाहिए ये भी बताया गया है |


बहेड़ा (bibhitaki)

बहेड़ा के फायदे
baheda

बहेड़ा (baheda) को बिभीतक (या bibhitaki) भी कहते हैं | बिभीतक का मतलब होता है, जिसे खाने से बीमारियों का डर चला जाए |

आयुर्वेद के अनुसार बहेड़ा (bibhitaki) वात, पित्त और कफ तीनों दोषों को शांत करता है | परन्तु कफ पर इसका विशेष प्रभाव होता है |

यह रक्त, मांस आदि धातुओं का पोषण करने से यह शरीर को बल देता है |

बहेड़ा (bibhitaki) के फायदे 

बहेड़ा के फायदे
bibhitaki

1) बहेड़ा (bibhitaki) का सेवन करने से पाचन ठीक होता है | गैस, खाना न पचना जैसी दिक्कतें ठीक हो जाती हैं और कब्ज दूर होती है |

2) बहेड़े का प्रतिदिन सेवन करने से नपुंसकता भी ठीक होने लगती है |

3) बहेड़े के बीजों के तेल को लगाने से शरीर की दर्द और सोजिश (INFLAMMATION) में बहुत फायदा होता है |

4) बहेड़ा श्वास नलिकाओं की SWELLING को दूर करता है और कफ को बाहर निकलता है |

5) बहेड़े के फल के छिलके को साफ़ करके छाया में सुखा कर, इसके छोटे से टुकड़े को कुछ दिन चूसने से सांस की दिक्कतों (जैसे दमा); और पुरानी खांसी में बहुत लाभ मिलता है |

6) इसके इलावा सांस सम्बन्धी रोग (जैसे दमा) में बहेड़े (bibhitaki) के फल और इसके पेड़ के छिलके को काटकर इसका काढ़ा बनाकर पियें | इसका नियमित प्रयोग करने से सांस के रोगों में बहुत फायदा मिलता है | |

7) बहेड़े के फल का टुकड़ा हलकी आंच पर भूनकर मुंह में रखकर चूसने से खांसी, जुकाम और गला बैठ जानाआवाज का पूरा न निकलना जैसी दिक्कतों में तुरंत फायदा पहुंचाता है |

बहेड़ा की कितनी मात्रा एक दिन में खानी चाहिए :--


बहेड़ा (bibhitaki) का चूर्ण एक दिन में 3 gm -3 gm की मात्रा में दिन में दो बार ले सकते हैं |


बहेड़ा के फायदे जानने के लिए देखें ये विडियो:--




अस्वीकरण (DISCLAIMER) :--
इस लेख में जानकारी आपके ज्ञान के लिए दी गयी है | किसी भी उपाय / नुस्खे / दवा आदि को इस्तेमाल करने से पहले अपने चिकित्सक से सलाह जरूर कर लें ,क्यूंकि वो आपके स्वास्थ्य के बारे में ज्यादा जानता है |
बहेड़ा (bibhitaki) के 7 फायदे बहेड़ा (bibhitaki) के 7 फायदे Reviewed by LK on अगस्त 30, 2019 Rating: 5

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